भारतीय काल गणना और ज्योतिष पूर्णतः वैज्ञानिक, खगोल एवं भूगोल आधारित विषय हैं, जिन्हें आमजन तक सरल व प्रभावी ढंग से पहुंचाने की आवश्यकता है। यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजस्थान क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने प्रताप गौरव केन्द्र ‘राष्ट्रीय तीर्थ’ में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में कही।