उन्होंने आपदा कंट्रोल कक्ष में नदियों के जलस्तर, जलभराव से प्रभावित इलाकों और राहत शिविरों में ठहरे लोगों की स्थिति की जानकारी ली। एसडीएम ने निर्देश दिए कि लगातार हो रही वर्षा को देखते हुए नदी-नालों के जलस्तर पर 24 घंटे निगरानी रखी जाए। जनपद की सभी तहसीलें अलर्ट मोड पर रहें और बाढ़ अथवा जलभराव की स्थिति में समय पर राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित किए जाएं।