बरसात के मौसम में ऐतिहासिक धरोहरों की देखभाल एक बड़ी चुनौती बन जाती है, और इसी क्रम में उदयपुर स्थित प्रसिद्ध राजकीय आत्मनिर्भर जगदीश मंदिर में भी हरियाली के साथ अवांछित वनस्पति ने दस्तक दे दी थी। मंदिर की दीवारों, गुम्बदों और संरचना के विभिन्न हिस्सों में उग आई खरपतवार, पीपल के छोटे पौधे तथा अन्य वनस्पति मंदिर की सुंदरता और स्थायित्व को प्रभावित कर रहे थे।