केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने अपने संबोधन में कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो हम अकेले चुनाव लड़ेंगे। इसे लेकर शनिवार दोपहर करीब 1:30 बजे केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए ऐसा कहा था।