कोरबा जिले में पदस्थ आरक्षक की शनिवार को हिरा घाट से मृत्यु हो गई थी जिसके बाद रविवार को अंतिम संस्कार की तैयारियां जोरों से थी इस बीच परिजनों को यह आशंका हुई कि सब अभी जिंदा है आनंद-पणन में अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने तुरंत परेशान उपरांत शव को मृत घोषित कर दिया। पूरे घटनाक्रम में परिजनों में असमंजस की स्थिति बनी रही।