श्रद्धा और विश्वास का सम्मिलन ही शिव पार्वती का विवाह है उक्त बातें कोकरसा मे नवरात्री के अवसर पर वाराणसी से पधारे मानस कोविद डाॅ मदन मोहन मिश्र ने कही वे शिव जी के परिवार की चर्चा करते हुए कहा कि गले के सर्प को कार्तिकेय का वाहन मोर खाता है, सर्प गणेश के वाहन चूहा को खाता है, स्वयं