विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक बस्तर दशहरे की तीसरी रस्म बारसी उतारनी आज बुधवार को दोपहर 3 बजे पूरी कर ली गई है।विधि-विधान से जगदलपुर शहर के सिरहाकर भवन के सामने इस रस्म को पूरा किया गया। इस रस्म में झाड़ उमरगांव और बेड़ा उमरगांव के ग्रामीण कारीगरों ने साल की लकड़ी और पारंपरिक औजारों की पूजा की हुए फिर मोंगरी मछली और बकरे की बलि के दी गई.