इंदौर के रहने वाले डॉक्टर सुभाष केसरिया के संपर्क में वर्ष 2018 से 2024 के बीच राकेश सुमन नामक व्यक्ति आया। सुमन ने खुद को प्रभावशाली बताते हुए डॉक्टर से कहा कि वह उनके रिश्तेदारों को आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) और रेल्वे में नौकरी दिलवा सकता है। चूंकि डॉक्टर केसरिया के पिता भी ASI में अधिकारी रह चुके थे, इसलिए उन्होंने इस पर विश्वास कर लिया और आरोप