आजादी के इतने साल बाद भी सारंगपुर के जीवाजीपुरा गांव में 29 परिवार के लोग पानी बिजली सड़क के अभाव में घास पुस की टपरियों में रहकर जीने को मजबूर है। पीएम आवास का सपना बनकर रह गया 90 साल की केसरबाई ने रविवार 2 बजे बताया की कालीसिंध नदी डूब प्रभावित पुनर्वास की मांग को लेकर गुहार लगाई लेकिन किसी ने नहीं सुनी झोपड़ी में रहने को अब मजबूर है।