बाल विवाह रोकने के लिए जिम्मेदार महिला एवं बाल विकास विभाग की अक्षमता, नाकामी के चलते शासकीय चिकित्सालयों में प्रसूति के दौरान कागजी कार्यवाही में बाल विवाह की करतूतें उजागर हो रही है। पिछले दो माह में जिला अस्पताल प्रशासन ने कम उम्र में प्रसूति संबंधी आधा दर्जन से अधिक प्रकरण विभिन्न थानों की पुलिस को सौंपे है। प्रसव के लिए आने वाली युवती की उम्र का निर्धार