इटारसी के बालाजी मंदिर चौराहे से बुधवार शाम करीब 4 डोल ग्यारस के अवसर पर डोल यात्रा निकाली गई। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की ग्यारस को जलझूलनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इसे परिवर्तिनी एकादशी एवं डोल ग्यारस आदि नामों से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान वामन की पूजा का विशेष महत्व है।