मामले की गंभीरता को देखते हुए झारखंड पुलिस ने उसे एक माह के लिए पीस रिमांड पर लिया है, जहां उससे गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार,आयशा से अब तक हुई पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ सामने आई हैं।प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि फर्जी लाइसेंस बनवाकर उसने एक बंदूक का उपयोग किया और नोटबंदी के दौरान अवैध रूप से धन संग्रह करवाया।