मामला बड़ागांव क्षेत्र अंतर्गत ग्राम अजनौर का है, जहां पर पशु औषधालय खंडर में तब्दील हो गया है। यह न तो डॉक्टर ने न ही दवाई है। स्थानीय अमर सिंह लोधी ने बताया कि अधिकारियों द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया जाता है। ग्रामीण परेशान होकर पैसे देकर प्राइवेट में पशुओं का इलाज करवाते है।