भगवान गणेश को विशेष पूजन अर्चन के बाद नर्मदा किनारे बने कुंड में विसर्जित किया गया। सोमवार को रात 10 बजे के बाद भी चल समारोह का दौर जारी रहा। पूरे शहर में डीजे और बैंड बजे की आवाज गुंजते रही। नगर में भक्तों ने जयकारे लगाते गजानन को विदाई दी। नाव घाट में बड़ी प्रतिमाओं के लिए भी व्यवस्था बनाई गई थी। जहां व्यवस्था बनाने नगरपालिका और पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा