चक्की प्रखंड के जवही गांव में आखिरकार वह ऐतिहासिक दिन आ ही गया, जिसका ग्रामीणों को दशकों से इंतजार था। आजादी के बाद से बक्सर-कोइलवर तटबंध से जवही हनुमान मंदिर होते हुए मुखिया डेरा तक कोई सड़क नहीं थी। बरसात के दिनों में कीचड़ और गड्ढों से भरे रास्तों पर लोगों को आवागमन में काफी परेशानी उठानी पड़ती थी।