जिला श्रीगंगानगर में कुछ दवाइयां जो एनडीपीएस एक्ट के तहत नशे के रूप में परिभाषित नहीं हैं, उन दवाइयों (जैसे प्रीगाबलिन, टापेंटाडोल, जोपिक्लोन साल्ट आधारित दवाइयां) को टेबलेट या इन्जेक्शन के रूप में लोगों द्वारा नशे के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। स्थानीय भाषा में इनके कई नाम हैं जैसे- सिग्नेचर, जोंडयार, हरा तोता, संती, हरे कैप्सूल और नीला फोर्ड आदि।