मंडी जिले के गोहर ब्लॉक के तरौर गांव के जगदीश चंद ने नौकरी की बजाय खेती को चुना। बीएससी फिजिक्स की पढ़ाई पूरी करने के बाद 2016-17 में उन्होंने पारंपरिक खेती और पशुपालन शुरू किया।जगदीश ने रासायनिक खेती के नुकसान को समझा। उन्होंने देखा कि इससे न सिर्फ मिट्टी खराब होती है, बल्कि स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है।