नूंह के पल्ला की रहने वाली अजरुना ने बताया कि मलाई के एक व्यक्ति से हमने 2014 में हमने यह जमीन ली थी। जिसकी रजिस्ट्री भी हो रखी है और म्यूटेशन भी चढ़ा हुआ है। तभी से हम यहां पर परिवार के साथ रह रहे हैं। मलाई के एक व्यक्ति ने यही जमीन एक दूसरे को बेच दी। उनकी भी रजिस्ट्री हो रखी है। उन्होंने यह मामला कोर्ट में डाल रखा है।