सामाजिक ताने-बाने एवं सामूहिक जीवन प्रणाली पर आधारित बन रही पहली पिक्चर फिल्म "मेरै गांव की बाट" में दर्शकों को जौनसार बावर की खुमडी व्यवस्था एवं सामाजिक मान्यताओं पर आधारित अनेक दृश्य देखने को मिलेंगे। फिल्म में इस प्रकार के दृश्य को दर्शाने के लिए विधिवत फटेऊ गांव में जौनसार बाबर के प्रबुद्ध नागरिकों का सम्मेलन आयोजित किया गया।