इस यात्रा को अभी 100 वर्ष पूरे हुए हैं, अभी इसे 1000 वर्ष और पूरे करने हैं। इस यात्रा की उपलब्धियों पर गौर करें, संघ ने किस प्रकार भारत को जोड़ा है, कर्मयोगी भारत बनाने की जो प्रेरणा दी है, वह महत्वपूर्ण है... आज हमने संघचालक (मोहन भागवत) को सुना। देश और दुनिया के लोग उन्हें सुनेंगे तो समझ पाएंगे कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कितना बड़ा अभियान है।"