कासगंज मे गंगा की बाढ़ ने पटियाली तहसील क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों को कैदखाने जैसा बना दिया है। चारों ओर पानी ही पानी, खेत डूबे, सड़कें बह गईं और गांवों तक पहुंचने का हर रास्ता खत्म हो गया। ऐसे में नावें ही अब जीवन की आखिरी डोर हैं, जिन पर टिकी हैं ग्रामीणों की उम्मीदें और सांसें। नावों के सहारे ही बीमार मां-बाप, बच्चे अस्पताल पहुंच पाते हैं।