बेमेतरा जिले के बहरा की बुजुर्ग महिला राजवती के जीवन में वह दिन किसी चमत्कार से काम नहीं था जब वर्षों की उम्मीद और संघर्षों के बाद उन्हें अपनी जमीन पर कुछ मीटर किए कब्जे का फिर से अधिकार मिला। यह कहानी सिर्फ एक भूमि कब्जे की नहीं है बल्कि प्रशासनिक संवेदनशीलता तथा तत्परता की एक मिसाल है।