ये मलबा सिल्याण गांव से पानी के साथ बहकर आया जिससे शंकर भट्ट के खेतों को पूर्ण क्षति हो गई है और खेत पूर्ण रूप से मलबे से दब गए हैं। जो मलबा नीचे ग्रामसभा जसपुर के लिए और इससे लगे आवासीय भवनों जिसमें मुकेश प्रसाद भट्ट एवं सुरेश चंद्र भट्ट के मकानों को क्षति पहुंचा सकता है । यह दोनों भवन इन्हीं खेतों से लगे हैं।