रोहतक में तीन पीढियां से लावारिस लोगों की अस्थियां हरिद्वार गंगा में विसर्जित की जा रही है अब तक 18000 लोगों की अस्थियां गंगा में विसर्जित की जा चुकी है सचिन ने बताया कि इससे पहले उनके दादा, पिताजी और अब मैं पिछले 32 वर्षों से शमशान घाट में संस्कार के बाद लावारिस हस्तियों का विसर्जन कर रहे हैं। सचिन प्राचीन शिव मंदिर से श्मशान घाट से अस्थियां ले जाते है।