कहा जाता है किन्नर अर्ध नारी का स्वरूप होता है. लेकिन किन्नर आज भी जब समाज में निकलते हैं तो उन्हें समाज के लोग घिन नज़रों से देखते हैं. आज तक समाज ने नहीं अपनाया है. सभारी के रहनी वाली किन्नर मरीना जान बीते कई महीनों से जन्म प्रमाणपत्र एवं म्यूटेशन कराने को लेकर प्रखंड कार्यालय का चक्कर काट रही है. सोमवार की दोपहर 12 बजे मीडिया के समक्ष सुनाई अपनी आप बीती।