भोगनीपुर कस्बा स्थित संस्कृति कॉलेज ऑफ फार्मेसी में शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे तनाव व क्रोध प्रबंधन पर एक दिवसीय कार्यशाला चली कहानी का आयोजन किया गया। जिसमें प्रमुख वक्ता ऋतिका अग्रवाल ने बताया कि कॉलेज में जो हम सीखते है वह शिक्षा नहीं बल्कि शिक्षा का साधन है।