बहादुरगढ़ के सराय औरंगाबाद से गौसंवर्धन, सरंक्षण और प्रेम की अनोखी मिसाल देखने को मिली है। गांव के जिस बैल या यूं कहे नंदी की कुछ दिन पहले मौत हो गई थी अब उनकी प्रतिमा गांव के मंदिर में स्थापित की गई है। बहादुरगढ़ शहर के साथ सटे हुए सराय औरंगाबाद गांव में 20 साल से ज्यादा समय से रह रहे नंदी के प्रति गांव वालों का असीम प्रेम था। हर घर नंदी की सेवा करता था।