बागपत शहर निवासी किसान राजपाल ने सोमवार को करीब साढे दस बजे जानकारी देते हुए बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी बागपत में करीब 11 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। जिससे यमुना नदी किनारे किसानों की फसले बर्बाद हो चुकी है। यमुना नदी में बढ़ते जल स्तर को देखते हुए बाढ़ जैसे हालात बनने तय है।