बांसडीह कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्रों में शारदीय नवरात्र की आखिरी दिन मां के भक्तों ने विधि विधान के साथ हवन पूजन करने के बाद प्रथम दिन से स्थापित कलश को बुधवार के दिन विस्थापित किया ।इस मौके पर मां के जयकारे लगाते रहे और लोग पूरी तरह से आस्था में डूबे रहे ।मां के दरबार में भक्तों ने अपनी अपनी मनोकामना पूर्ण होने की कामना की।