उतवण गांव में 26 साल बाद गांव में समुद्र मंथन की परम्परा साकार हुई। जिसे समद डोवण भी कहते है।समद डोवण के लिए ग्रामीणों के साथ प्रवासी व आस-पास के गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। गांव के तालाब में भाई-बहन ने मिलकर समद डोवण किया। भाइयाें ने बहनों को चुनरी ओढ़ाई। इससे पूर्व शोत्रायात्रा निकाली गई। जिसमें शामिल महिलाएं सिर पर घड़ा रख तालाब किनारे पहुंची