दरअसल लक्ष्मण पिता विग्रु हरिजन मूलतः चित्रकूट उत्तर प्रदेश का निवासी है वह अपने परिवार के एक दर्जन से ज्यादा सदस्यों के साथ भीलवाड़ा जिले के गंगापुर थाना क्षेत्र स्थित खाती खेड़ा गांव में बालू प्रजापत के ईट भट्टे पर मजदूरी करने के लिए आया था। वर्ष 2024 में ₹36000 एडवांस देकर भट्टे पर रखा लेकिन मजदूरी नहीं दी, अब न्याय के लिए दर दर भटक रहा परिवार।