आगर के सत्यनारायण गली स्थित अस्थल के मंदिर में रविवार शाम 4 बजे पं. आशीष शर्मा ने कहा कि श्रीमद भागवत महापुराण सभी वेदों का सार है। वेद रूपी वृक्ष का रसीला फल भागवत है, जिसमें स्वयं श्रीकृष्ण रस रूप में विद्यमान हैं। इसे नारद जी के उपदेश पर वेदव्यास ने गणेश जी की सहायता से लिखा और शुकदेव जी ने परीक्षित को सुनाया।