लोहारिया कस्बे मे मंगलवार सुबह 10 बजे दशलक्षण महापर्व सुगंध दशमी पर मुनि श्री समृद्ध सागरजी महाराज व गुरु माॅ भरतेश्वर मति माताजी द्वारा आज उत्तम संयम धर्म पर बताया। मनुष्य के अंदर क्रोध,मान,मायाचारी,छल-कपट ये सब होते है तो मनुष्य सुखी एवं आत्म कल्याण मार्ग कि ओर नहीं बढ सकता हे। इस संसारीक मोह माया से अमुल्य जीवन के समय को धार्मिक कार्य मे लगाना चाहिए।