अनुकंपा नियुक्ति के तहत जिला कलेक्टर कार्यालय में नियुक्त किए गए दो लिपिकों का चौंका देने वाला मामला प्रकाश में आया है। जहां जिला कलेक्टर ने एक लिपिक को फर्जी सीपीसीटी प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए जाने के चलते सेवा से पृथक कर दिया तो वहीं दूसरी महिला लिपिक द्वारा सीपीसीटी प्रमाण पत्र निश्चित अवधि में प्रस्तुत न किए जाने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की।