कठौतिया गोकुल गांव निवासी रामजी चौरसिया के घर पर उनकी पत्नी व उनकी माता फूलकली देवी थी,जो सोमवार को रात का सभी काम निपटा कर घर के गैलरी में सोई थी।रात करीब साढ़े बारह बजे घर के पीछे किसी के कूदने की आहट मिली, तो सास व बहु जग गई,और आस पास,घर के कमरों को देखा तो कपाट का दरवाजा टूटा था,व सामान बिखरा पड़ा मिला।