बिजयनगर,गुलाबपुरा व देवलिया कला में रियासतकालीन गांव के लोगों ने 30 साल बाद ऐसा नजारा देखा कि उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक आए।30 सालों में दूसरी बार गांव में बहने वाली इकलौती खारी नदी ने लोगों के चेहरों पर मुस्कान ला दी।उत्साहित ग्रामीणों ने रविवार को दोपहर 2 बजे वैदिक और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ नदी में पानी का स्वागत किया।यह नदी पहले सूखी पड़ी थी।