गुरुवार की दोपहर 2:00 बजे उरई के राजकीय मेडिकल कॉलेज में मृतक किसान के परिजनों ने मामले की जानकारी देते हुए बताया, जमुना नदी के प्रकोप के चलते किसान के खेत में पानी भर गया और खड़ी फसल बर्बाद हो गई जिससे वह मानसिक तनाव में आ गया और किसान ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी, वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू कर दी है।