परंतु उनके मृत्यु उपरांत आज पर्यंत किसी परिजन को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल सकी है, पूर्व में उसकी माता द्वारा अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर आवेदन दिया गया था, परंतु शिक्षा के अभाव में उनकी नियुक्ति नहीं हो सकी, वहीं अब अपनी पुत्री का हवाला देते हुए अनुकंपा नियुक्ति की मांग रखी गई है।