बिशनखेड़ा के माता मंदिर पर सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का समापन रविवार शाम 4 बजे हुआ। कथा का श्रवण पंडित धर्मेंद्र व्यास ने करवाया। पंडित व्यास ने कथा में कहा कि मनुष्य को जीवन में शांत सरोवर की तरह रहना चाहिए। उन्होंने समझाया कि क्रोध से अभिमान जन्म लेता है। यह अभिमान ही व्यक्ति के सर्वनाश का कारण बनता है।