शनिचरी अमावस्या पर मां नर्मदा में स्नान करने मात्र से पुण्य लाभ की प्राप्ति होती है यह बात नर्मदा पुराण के वेदाचार्य ने शनिवार को शाम करीब 5:00 बजे बताया उन्होंने बताया कि सारे तीर्थ का भ्रमण किया जाए सारे वेदों को पढ़ा जाए इसके बाद जो फल की प्राप्ति होती है वह सिर्फ मां नर्मदा में स्नान करने मात्र से हो जाती है।