शिरोमणि आचार्यश्री विशुद्ध सागर जी महाराज ने विदिशा के अरिहंत विहार में आयोजित श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान के दूसरे दिन संबोधित करते हुए कहे।उन्होंने कहा कि मुनिराज को सिद्धियाँ अध्ययन से नहीं, बल्कि अंतरंग की विशुद्धि और साधना से प्राप्त होती हैं। अहमदाबाद विमान दुर्घटना का उदाहरण देते हुए उन्होंने सिद्धांतों से कभी समझौता न करने की प्रेरणा दी।