मंदिर पुजारी मोहित शास्त्री ने बताया कि लगभग 400 वर्ष से गांव में दुर्गा जी की प्रतिमा स्थापना नहीं की जाती ग्रामीण नवरात्रि में स्वयंभू चामुंडा माता मंदिर में पूजा अर्चना कर रात्रि में गरबा करने के लिए बालिकाएं एवं महिलाएं पहुंचती हैं आसपास के जिलों से भी श्रद्धालु माताजी के मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं जिले में एक मात्र गांव धनोरा हैं