शनिवार को 3:30 दीक्षा ने बताया कि वह पढ़ाई के बाद नौकरी की तलाश कर रही थी। उसकी मुलाकात नीतीश से हुई जिसने खाद्य पूर्ति विभाग में नौकरी लगने के नाम पर 7 लाख रुपए खर्च बताया और परिवार से मिलकर साढ़े छः लाख रुपए भी ले लिए। नकली जॉइनिंग लेटर भी दे दिया चेक करने पर पता लगा उनके साथ ठगी हो गई है। शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है।