बल्ह उपमंडल के रिवालसर में बौद्ध भिक्षु ने बुधवार दोपहर 1बजे जानकारी देते हुए बताया कि बौद्ध धर्म में वर्षा वास (रेनी रिट्रीट) का विशेष महत्व है। परंपरा के अनुसार प्रत्येक वर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा से लेकर आश्विन मास की पूर्णिमा तक लगभग तीन महीने तक भिक्षु एक ही स्थान पर निवास करते हैं। इस अवधि को वर्षा वास कहा जाता है। इस दौरान भिक्षु भ्रमण नहीं करते,