महिला अपनी मेहनत पर विश्वास करें अपनी कला को पहचाने लोगों की टिप्पणी पर गौर नहीं करें स्वयं मंजिल मिल जाएगी 42 डिग्री टेंपरेचर में घूमती हूं घर-घर गांव गांव कच्ची बस्ती जब जाकर महिलाएं एक दूसरे से जुड़ कर आज कई माताओं का आशीर्वाद है सुनीता