बरसात का मौसम शुरू हो रहा है ,इसमें दो कार्य किए जाने जरूरी हैं एक वर्षा जल का सरंक्षण यानी संग्रह किया जाए और धरती के जल भंडार में इजाफा और दूसरा ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण के साथ वनों में रिजनरेशन यानी प्राकृतिक पैदावार को बढ़ावा देना,ये बात धर्मशाला में पूर्व DFO डॉ अशोक कुमार सोमल ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही।