जांजगीर-चांपा ग्रामीण जीवन का आधार सदैव कृषि और पशुपालन रहा है, परंतु इन दोनों ही कार्यों की आत्मा है जल। यदि जल की व्यवस्था सुदृढ़ हो जाए तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था स्वयं सशक्त हो जाती है। इसी सोच को साकार रूप दिया है ग्राम पंचायत जाटा के ग्राम बहेराडीह निवासी किसान दुलार सिंह ने, जिन्होंने मनरेगा योजना के माध्यम से अपनी भूमि पर डबरी निर्माण कर आत्मनिर्भरता की।