पहाड़ी और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिश का असर अब यमुना नदी के जलस्तर पर साफ दिखाई देने लगा है। हथिनीकुंड बैराज से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद नदी उफान पर है। जलस्तर में अचानक आई वृद्धि ने निचले इलाकों में खतरा बढ़ा दिया है। सुबह के समय हथिनीकुंड बैराज से करीब दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था।