सामतपुर तालाब परिसर में हुए तीन दिवसीय आकांक्षा हाट में आदिवासी कलाकारों की गोंडी चित्रकला को खरीदार नहीं मिले। मंत्री, सांसद और कलेक्टर सहित जिम्मेदारों की मौजूदगी रही, लेकिन मंचीय औपचारिकताओं तक ही सीमित रहकर किसी ने कलाकारों की कला को प्रोत्साहन या खरीदारी की पहल नहीं की।