छतरपुर और पन्ना जिले से जुड़े एक शर्मनाक मामले में, नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता को सुरक्षा देने के बजाय पन्ना की बाल कल्याण समिति ने आरोपी पक्ष को सौंप दिया। जमानत पर छूटते ही आरोपी ने बच्ची के साथ दोबारा दुष्कर्म किया। इस बड़ी लापरवाही के बाद, बाल कल्याण समिति के पांच पदाधिकारियों, महिला बाल विकास अधिकारी और वन स्टॉप सेंटर के तीन कर्मचारियों समेत 9 अधिकारियों